अमेरिका में एक शहर की अदालत में मुकदमा चल रहा था। अभियोजन पक्ष के वकील ने अपने पहले गवाह को कठघरे में बुलाया। यह गवाह एक बुजुर्ग महिला थी। वकील गवाह के करीब गया और पूछा- श्रीमती जोन्स, क्या आप मुझे जानती हैं ? इस पर बुजुर्ग महिला ने कहा- क्यों नहीं, मैं तुम्हे अच्छी तरह जानती हूँ। मैं तुम्हे तब से जानती हूँ, जब आप एक लड़के थे। सच कहूँ तो तुमने मुझे बहोत निराश किया है। तुम झूठे, मक्कार और धोकेबाज़ हो। तुमने अपनी बीवी से बेवफाई की है। तुम लोगों के साथ सिर्फ अपना मतलब निकालते हो और महाचुगल्खोर हो। तुम अपने को बड़ा तीसमारखाँ समझते हो, मगर तुम्हारी हैसियत एक मामूली क्लर्क की भी नहीं है। तुम्हारे दिमाग में भूसा भरा हुआ है। वकील को काटो तो खून नहीं। उसे कुछ भी नहीं सूझ रहा था कि क्या किया जाये ? उसने अदालत कक्ष के दूसरे सिरे की ओर इशारा करते हुए पूछा- क्या आप बचाव पक्ष के वकील को जानती हैं ? उस महिला ने जवाब दिया बेशक। मैं मिस्टर ब्रैडली को जब वह एक छोकरा था, तब से जानती हूँ। वह महा सुस्त, धर्मांध और पियक्कड़ है। उसकी किसी से नहीं पटती। पट भी नहीं सकती। पूरे राज्य में उस जैसा बेकार वकील मैंने अपनी जिंदगी में नहीं देखा, इस बात कि चर्चा करनी ही फिजूल है, कि इसने तीन-तीन महिलाओं के साथ गुलछर्रे उड़ाए और इस तरह अपनी बीवी को बेचारगी और लाचारी की हालत में छोड़ दिया। जिन महिलाओं के साथ इसने नाजायज़ संबंध जोड़े, उनमे से एक तुम्हारी बीवी थी। बचाव पक्ष का वकील तो यह सब सुनकर करीब-करीब मर ही गया। आखिरकार जज ने दोनों वकीलों को अपने पास बुलाया। उसने दोनों के कानों में फुसफुसाते हुए, मगर बेहद गुस्सैल अंदाज़ में कहा- तुम दोगले वकीलों में से किसी ने अगर उस महिला से पूछा कि क्या वो मुझे जानती है, तो मैं तुम दोनों को अदालत की मानहानी के आरोप में जेल में डाल दूंगा। बहरहाल,
किसी कंपनी के संदर्भ में यहाँ फंडा यही है कि बोर्ड रूम कि बैठक में अपने स्टाफ से ऐसा सवाल न करें जिससे आप मुसीबत में फंस जाएँ।